अविरत बढ़े सदा ही जीवन में-अर्चना गुप्ता

अविरत बढ़े सदा ही जीवन में अविरत बढ़े सदा ही जीवन में, क्या पाया आज विचार करें। अंतस के दिव्य प्रकाशपुंज से, आलोकित जग-संसार करें। जो शुष्कता फैली उर अंतस…

स्कूल का बस्ता-डॉ. अनुपमा श्रीवास्तवा

स्कूल का बस्ता गुमसुम पड़ा है मेरा बस्ता नित देखे स्कूल का रस्ता  प्रभु जी बताओ मेरी भूल कब जाऊँगा मैं स्कूल? कलम किताब बस्ते से दूर क्या समझाऊँ मैं…

अनंत अंतरिक्ष की कल्पना-अपराजिता कुमारी

अनंत अंतरिक्ष की कल्पना अंतरिक्ष की परी ‘कल्पना’ करोड़ों बेटियों की प्रेरणा सपनों को जीना सिखा गईं, कल्पना। अनंत अंतरिक्ष में, उड़ान भरने की कल्पना को साकार कर गईं, कल्पना।…

नभ के ये नन्हें तारे-कुमारी अनु साह

नभ के ये नन्हें तारे नभ के ये नन्हें तारे मोतियों के जैसे प्यारे। होता नहीं अलगाव इनमें रहते बनाकर टोली जुगनुओं सा चमकते हैं खेलते आँख मिचौली दिन मे…

चम्पारण की दास्तान-कुमारी निरुपमा

चम्पारण की दास्तान सन 1917 की चम्पारण की दास्तान सुनो सुनो सुनो ऐ दुनिया वालों गांधी का अभियान सुनो। गांधी बनें थे सत्याग्रही चम्पारण की धरती पर यही उन्होंने बिगुल…

समय का सदुपयोग-विजय सिंह नीलकण्ठ

समय का सदुपयोग समय होत बलवान  जो जाने सारा सकल जहान  करे समय का सदुपयोग वो बन जाते हैं महान।  अशिक्षित या शिक्षित सबको  समय का ज्ञान तो होता ही…

बाल जिज्ञासा-रुचिका

बाल जिज्ञासा माँ मेरी तुम मुझे बताओ, चिड़िया कैसे उड़ती आकाश में फिर कैसे वो नीचे आती कहाँ से लाती अपना खाना कैसे पानी पीती है? माँ बोली मेरी गुड़िया…