रूपघनाक्षरी- एस.के.पूनम

प्रभु रामचंद्र कहें, संतन के संग रहें, उदार भावना गहें,पूजनीय सतनाम। नित्य प्रति पाठ करे, दुजा कोई काम परे, भक्तों का विपदा हरे,लेते रहें हरि नाम। जात-पात भेदभाव, हृदय में…

दशरथ के नंदन – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’

जलहरण घनाक्षरी छंद जगत कल्याण खातिर साक्षात् त्रिभुवन पति, कौशल्या के गोद आए, रामजी बालक बन। देवों के गुहार पर पृथ्वी की पुकार सुन, संत उपकार हेतु, दीनों के पालक…

दशरथ भवनमा- नीतू रानी

विषय -रामनवमी रामजी रामजी लिहलन्हि जनमुवाँ हो रामा चैत महिनमा। चैत केअ शुभ दिन बैशाखक शुक्ल पक्ष, दिनके बारह बजे हुनकर जनमुवाँ हो रामा दशरथ अंगनमा। रामजी लिहलन्हि ——-२। दशरथ…

प्रभु को अभिनंदन- एस.के.पूनम

जलहरण घनाक्षरी (प्रभु को अभिनंदन) विमल सकल काज, अवध नृप के राज, अयोध्या में बजे साज,करें हर्ष से वंदन। स्वागत में खड़े भ्राता, मधुर उल्लास पाता, वसुंधरा पर दाता,लगे तिलक…

कर दे आज करिश्मा- मीरा सिंह “मीरा”

माता कर दो एक करिश्मा मुझको आज उबारो माँ। नैया डोले बीच भंवर में मुझको पार उतारो माँ ।। कबसे तेरी द्वार खड़ी हूँ एक नज़र तो डालो माँ। मुझको…

हे महादेव – अंजली कुमारी

हे महादेव, त्रिकालदर्शी, शंभूनाथ महेश्वर । सुमिरन करे, करें ध्यान तेरा दिन रात और चारों पहर । हे अर्धचंद्र के मुकुटधारी , नाग का कंठहार धारण किया। डमरू त्रिशूल हाथों…