कर्मनिष्ठ – कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”

जिन्हें विश्वास हो खुद पर, सदा आगे वो बढ़ जाते। करते कर्म की पूजा,कर्मयोगी वो कहलाते। नहीं करते शिकवा वो,नहीं कोसते हैं नियति को। बनाकर राह पर्वत में,दशरथ मांझी बन…

श्रीहरि- कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”

श्रीराम मेरे भगवान मेरे, नित-नित मैं जपूँ बस नाम तेरे। काशी में रहूँ या रहूँ मैं कहीं, प्रभु आप रहें स्मरण में मेरे।। असुरों ने जब अत्याचार किया, धर्म-कर्म को…

माता वीणापाणि- कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”

छोड़कर घर-द्वार,कर सबसे किनार, पढ़ने आए हम माँ,तप पूर्ण कीजिए। देकर ज्ञान का दान,माँ करो मेरा कल्याण, बन जाऊँ विद्यावान, शरण में लीजिए। जय माँ वरदायिनी, जय ज्ञान प्रकाशिनी, सफल…

खुद को दीप्तिमान कर – कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”

शांति से सहन कर,अहं का दमन कर, बेकार तकरार में,वक्त न गवाइए। आलस्य को तज कर,खड़ा रह डट कर, विपरीत धार में भी,आगे बढ़ जाइए। चल तू संभल कर, पग…

शुभकामना संदेश-कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’

शुभकामना संदेश नववर्ष के उपलक्ष्य में, शुभकामना है मेरी। यही कामना है मेरी, शुभकामना है मेरी। हम नित यूँ ही बढ़ते जाएँ, अपनी मंजिल को हम पाएँ। अपने शुभ कर्मों…

नशामुक्त हो जहां-कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”

नशामुक्त हो जहां नशामुक्त होगा अगर इंसान, करेगा सभ्य समाज का निर्माण। देकर अपनी रचनात्मक योगदान, कराएगा मानवता की पहचान। नशा का मत कर तू पान, संवार ले अपनी कीमती…

संविधान दिवस-कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”

संविधान दिवस हमारा भारत देश था बड़ा परेशान, अंग्रेजों ने किया था बड़ा नुकसान। भारतीयों ने तब मन में लिया था ठान, देश को स्वतंत्र कराने में लगा देंगे अपनी…

स्तुति-कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’

नवदुर्गा पूजा मेरी स्वीकारो माता, जग-जननी जगदंबे माता। नवरूप धर मेरी प्यारी मैय्या, घर में मेरे पधारो माता। पूजा मेरी…………………. प्रथम रूप शैलपुत्री माता, हृदय बीच समाओ माता। अपनी अनुपम…

आओ वैक्सीनेशन कराएँ-कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”

आओ वैक्सीनेशन कराएँ कोरोना ने जन-जन को बहुत रुलाया है हम सबके जीवन को अस्त-व्यस्त बनाया है हमारे वैज्ञानिकों ने अथक प्रयास से देखो अब कोरोना वैक्सीन बनाया है इसलिए…

प्रीत जहाँ की रीत सदा-कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’

प्रीत जहाँ की रीत है प्रीत जहाँ की रीत सदा, हम उस राष्ट्र की बाला हैं। जहाँ की माटी का कण-कण, मानवता का रखवाला है। भारत प्यारा देश हमारा, सब…