दिनों के नाम-निधि चौधरी

दिनों के नाम सोमवार को चले स्कूल मंगलवार खिल गए फूल। बुधवार को आई नानी, गुरुवार हम सुने कहानी। शुक्रवार को लगे बाज़ार, शनिवार छुट्टी का इंतज़ार। आया प्यारा प्यारा…

मेरा विद्यालय-मधुमिता

मेरा विद्यालय कितना प्यारा कितना सुंदर कितना न्यारा कितना मनोहर मेरा विद्यालय मेरा घर रोज सुबह नित्य क्रिया कर तैयार होते हम नहा धोकर किताबों को बस्ते में डालकर उछलते…

फूल-मनु कुमारी

फूल हरे भरे बगिया में खिले हैं देखो रंग बिरंगे फूल इनकी सुन्दरता से बच्चे सुध बुध जाये अपनी भूल नित दिन सूरज के किरणों संग मुस्काते यह प्यारे फूल…

अनुशासन-लवली वर्मा

अनुशासन स्वयं का स्वयं पर अनुशासन, कहलाता है, अनुशासन। महत्व इसका है, बहुत बड़ा, है मनुष्य इससे ही आगे बढ़ा। हर क्षेत्र में है महत्व इसका, जीवन इससे सार्थक बन…

लाॅकडाउन-भोला प्रसाद

लॉकडाऊन ओ साथिया मोरे गुरुवर नाहीं आयो, देखत-देखत उनकी असरवा अँखिया मोर पथरायो। ओ साथिया मोरे गुरुवर नाहीं आयो। “क” से कमलिया बऊवा बिसरायो, त्रिकोण-ज्यामिति केहु न समझायो, डिसटेंशन का…

विद्यालय गाथा-राजेश कुमार

विद्यालय गाथा इच्छाशक्ति का ज्वलंत एक रूप है। मध्य विद्यालय नंदनी बेहद अनूप है।। संपूर्ण भारतवर्ष में इसकी कहानी है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षण की निशानी है।। श्री सितारी बाबा की रखी…