भाईचारा अपनाएँ-विजय सिंह नीलकण्ठ

भाईचारा अपनाएँ स्वार्थ रखने वालों की कभी न बातों में आए हिंदू मुस्लिम सिख इसाई आपस में भाईचारा अपनाएँ। बात-बात पर एक दूजे संग न कभी मतभेद करें प्रेम भाव…

टीचर्स ऑफ बिहार-विजय सिंह नीलकण्ठ

टीचर्स ऑफ बिहार धूमिल हो रही थी योग्यता  सरकारी आचार्य की  जिसे जगत के आगे लाकर  जिसने हम पर उपकार की  नाम उनका सभी जानते  टीचर्स ऑफ बिहार की।  विद्यालय…

मानव तन-विजय सिंह नीलकण्ठ

मानव तन मानव तन होता है नश्वर  जिसे बनाया सबके ईश्वर  काली मंदिर है दक्षिणेश्वर  सबसे ऊपर हैं परमेश्वर।  करें इसका सब सदुपयोग  न करना है दुरुपयोग  सदुपयोग से स्वास्थ्य…

पानी की बर्बादी रोको-विजय सिंह नीलकण्ठ

पानी की बर्बादी रोको पानी की बर्बादी रोको बर्बाद करे जो उसको टोको जल स्रोतों को ध्यान से देखो कूड़े कचरे न इसमें फेंको। जल से ही जीवन संभव है…