सजी है अवधपुरी नवेली दुल्हन जैसी, सिंहासन बिराजेंगे, सबके दुलारे राम। संत-भक्त-साधकों का सपना साकार हुआ, बैठे थे वे सदियों से, विश्वास की डोर थाम। भारत के नर-नारी उन पर…
Category: Bhakti
For the attainment of God in the world, for the welfare of the person, one has to do spiritual practice for salvation. For this, Bhakti is the best. Therefore, devotion to God and having prayer and meditation is called Bhakti.
गीता – सुधीर कुमार
छंद – गीता मात्रा — 24 यति — 14,10 2122 2122 , 2122 21 राम की महिमा निराली , देख लें सब लोग । धूप में भी छाँव करते ,…
आ रहे हैं प्रभु श्रीराम – नवाब मंजूर
बरसेगी कृपा राम जी की हर्षेगा ह्रदय माँ जानकी की युगों की तपस्या से लौट रहे, मेरे प्रभु बाल स्वरूप में! सज रही है उनकी अयोध्या सिया पुकारें , यथाशीघ्र…
राम आएँगे – नीतू रानी
राम आएँगे तो अंगना सजाऊँगी, दीप जलाके मैं आरती उतारुँगी। राम आएँगे गंगा जल लेके आऊँगी, चरण धोके चरणामृत पी जाऊँगी। राम आएँगे तो आसनी बिछाऊँगी, आसनी पर श्री राम…
राम लला आए – मीरा सिंह “मीरा”
हुआ सत्य आंखों का सपना राम लला आए घर अपना। स्वागत में संसार लगा है गली गली हर द्वार सजा है। पलक बिछाएं लोग सभी ये जोड़े दोनों हाथ खड़े…
छठी मैया गीत – नीतू रानी” निवेदिता”
नियम धरम सेएअ हम कईलौं, छठी मैया तोहरो त्योहार। करलौं में छठी के वरतिया कईलौं नहाय-खाय,कदुवा भात। करलौं हम खरना उपास, सहलौं दिन अरबा खेलौं रात। मंगेलौं हम बाॅ॑स केअ…
सूर्य देवता – नीतू रानी” निवेदिता”
द्वार पर आए सूर्य देवता है उनको नमस्कार, छठी मैया के घाट पर लगी है छठव्रती की कतार। छठवर्ती कर जोड़कर पानी में है खड़ी, सूर्य देवता को अर्घ देने…
दोहावली – देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
पावन कार्तिक मास में, करें छठी का ध्यान। गुणवंती करुणामयी, महिमा बड़ी महान।। जग की आत्मा सूर्य को, करें नित्य प्रणिपात। जीवन प्राणाधार हैं, अंशुमान अवदात।। रवि उपासना पर्व है,…
छठ पर्व – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
विद्या:- मनहरण घनाक्षरी छंद छठ व्रती आस रख, मन में विश्वास रख, खुद निराहार रह, करते हैं खरना। शाम-सुबह सूर्य को करते हैं अर्घ्य दान, व्रतियों को रात-दिन, पड़ता है…
प्रेम-दीप – रंजीत कुशवाहा
चलो प्रेम के दीप जलाएं। भेदभाव को दूर भगाएं। ****** मानव में क्यों द्वेष आज है। खंडित होता क्यों समाज है। आओ गीत मिलन के गाएं। चलो प्रेम के दीप…