प्रेमचंद साहित्य-सुधीर कुमार

प्रेमचंद साहित्य प्रेमचंद की कथा यात्रा, लाई साहित्य में नव बसंत। सोजे वतन से शुरू होकर, मंगलसूत्र पर हुई है अंत। उपन्यास है इनके सेवासदन, प्रतिज्ञा, वरदान, गबन, रंगभूमि। कायाकल्प,…

शहीदों से हिन्दुस्तान-सुधीर कुमार

शहीदों से हिन्दुस्तान शहीदों से है हिन्दुस्तान, इनको सिर झुकाएं हम। अमर है इनकी गाथा जो, करती सदा है आंखें नम। आजादी की लड़ाई में, वीरों ने कितने दिये प्राण।…

नजर आए-सुधीर कुमार

नजर आए माता पिता के रूप में मुझको  चारो धाम नजर आए। जब मैं देखूं इन्हें सदा  मुझको भगवान नजर आए। आते हैं जब भी ये सामने और न कुछ…

वर्णमाला-सुधीर कुमार

वर्णमाला आओ बच्चों,वर्ण को सीखो, पहले पढ़ लो,पीछे लिखो। अ से अनार,आ से आम, खाओ बच्चों,कम है दाम। इ से इमली,ई से ईख, गुरु से बच्चों,विद्या सीख। उ से उल्लू,ऊ…