शहीदों से हिन्दुस्तान-सुधीर कुमार

शहीदों से हिन्दुस्तान शहीदों से है हिन्दुस्तान, इनको सिर झुकाएं हम। अमर है इनकी गाथा जो, करती सदा है आंखें नम। आजादी की लड़ाई में, वीरों ने कितने दिये प्राण।…

नजर आए-सुधीर कुमार

नजर आए माता पिता के रूप में मुझको  चारो धाम नजर आए। जब मैं देखूं इन्हें सदा  मुझको भगवान नजर आए। आते हैं जब भी ये सामने और न कुछ…

वर्णमाला-सुधीर कुमार

वर्णमाला आओ बच्चों,वर्ण को सीखो, पहले पढ़ लो,पीछे लिखो। अ से अनार,आ से आम, खाओ बच्चों,कम है दाम। इ से इमली,ई से ईख, गुरु से बच्चों,विद्या सीख। उ से उल्लू,ऊ…

चिड़िया की आंख-सुधीर कुमार

चिड़िया की आंख कौरव और पांडव थे, चचेरे भाई जाने जाते। द्रोणाचार्य थे गुरु सबके, जो राज गुरु कहलाते। कौरव और पांडव को वे, सिखलाते धनुष चलाना। उनका था उद्देश्य…

मैं पुस्तक हूं-सुधीर कुमार

मैं पुस्तक हूं मैं पुस्तक हूं, सच्ची साथी, सारी दुनिया का ज्ञान हूं, बच्चे पढ़ मुझे ज्ञानी होते, ऐसी जग में महान हूं। मैं गणित की पुस्तक हूं, बच्चों को…

विपरीतार्थक शब्द-सुधीर कुमार

विपरीतार्थक शब्द आओ बच्चों तुम्हें सिखाता, हूं मैं आज कुछ उल्टा शब्द। विपरीतार्थक को विलोम भी कहते  उल्टे अर्थ देते ये शब्द। शहर का उल्टा गांव है, धूप का उल्टा…

SHARE WITH US

Share Your Story on
info@teachersofbihar.org

Recent Post