पार्वती के प्रिय पुत्र, एकदंत गणपति, आगवन घर-घर,लाए हैं आनंद साथ। मंदिरों के पट खुले, फूल माला खूब चढ़े, कुंज-कुंज शंखनाद,अंधेरे में दिखे नाथ। दाएं-बाएं रिद्धि-सिद्धि, मध्य बैठे गजानन, भक्तों…
Category: Bhakti
For the attainment of God in the world, for the welfare of the person, one has to do spiritual practice for salvation. For this, Bhakti is the best. Therefore, devotion to God and having prayer and meditation is called Bhakti.
आयो कृष्ण कन्हाई – कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति”
भाद्रपद कृष्ण अष्टमी को, देवकीनंदन जन्म लिए हैं। कारागार के बंधन टूटे, द्वारपाल सब औंधे पड़े हैं। लेकर टोकरी में कान्हा को, देखो वासुदेव चल पड़े हैं। राह में काले-काले…
हम भारती के लाल – एस.के.पूनम
राष्ट्र के सपूत हम, मिट्टी पर गढ़ा नाम, सदा से वचनबद्ध,शत्रुओं का बनूं काल। तिरंगे को ओढ़कर, चल पड़े प्रभु धाम, संततियों से अलग,भारती के हम लाल। सोच कर परेशान,…
कुंडलिया – देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
आया सावन झूमकर, हर्षित हुए किसान। हरी-भरी यह भूमि हो, यही हमारी आन।। यही हमारी आन, सदा गुण ऊर्जा भरिए। रिमझिम सौम्य फुहार, प्रीति-सा जीवन करिए।। मधुरिम भावन गीत, मुदित…
भोले भंडारी- जैनेन्द्र प्रसाद रवि
मनहरण घनाक्षरी छंद गंगाजल जिन्हें भाता, भूत-प्रेत से है नाता, बेलपत्र पर रीझें, भोले जी भंडारी हैं। इन्द्र चढ़ें एरावत, गरूड़ जी हैं विष्णु भक्त, बसहा वरद भाई, शिव की…
शिव प्रार्थना- मीरा सिंह “मीरा”
मन मेरा है बना शिवाला रहता उसमें डमरू वाला डम डम डमरू बजा रहा है मन नाचे होकर मतवाला।। सांसो की है बजे बांसुरी जपती रहती शिव की माला। वो…
शिवे संग हम गौरी बियाहब-नीतू रानी
नमन मंच 🙏🙏 विषय- शिवरात्रि शीर्षक-शिवे संग हम गौरी बियाहब। शिवे संग हम गौरी बियाहब नै तेअ कुमारी ये रहब ना। तेंतीस करोड़ देवता में शिव वर ढ़ँढलौं शिव सन…
देवों के देव महादेव- मनोज कुमार
यूं ही ना कहते हम देवों के देव महादेव कर्म पथ पर हर पल अग्रसर, विराम का ना कोई चिंतन, भूतल, वन या हिम शिखर, कदम ना रुके कहीं पे…
श्रीहरि- कुमकुम कुमारी “काव्याकृति”
श्रीराम मेरे भगवान मेरे, नित-नित मैं जपूँ बस नाम तेरे। काशी में रहूँ या रहूँ मैं कहीं, प्रभु आप रहें स्मरण में मेरे।। असुरों ने जब अत्याचार किया, धर्म-कर्म को…
सरस्वती वन्दना- जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
दे विमल बुद्धि भावना, माँ शारदे है प्रार्थना , ऐसी शक्ति दे मां कर सकूं, हर संकटों का सामना। बालक बड़ा नादान हूं, धर्म-कर्म से अनजान हूं, जैसा भी हूं…