मकरसंक्रांति-कुमकुम कुमारी

मकरसंक्रांति देखो-देखो आया मकरसंक्रांति का त्योहार, जन-जन में छाया देखो खुशियाँ अपार। घर-आँगन बुहारे मिलकर नर-नार, सूर्य अराधन को देखो बच्चे भी हैं तैयार। सूर्य देव तो हैं हमारे जीवन…

मकर संक्रांति-देव कांत मिश्र ‘दिव्य’

  मकर संक्रांति उत्तरायणी पर्व का, हुआ सुखद आगाज। ढोल नगाड़े बज रहे, होंगे मंगल काज।। सूरज नित अभिराम है, जीवन का आधार। देव रूप पूजे सदा, सारा ही संसार।।…

आओ मिलकर नववर्ष मनाएं-नरेश कुमार ‘निराला’

आओ मिलकर नववर्ष मनाएं आर्यावर्त के पावन भूमि पर सद्भावना का अलख जगायें, अंधविश्वासों का तिमिर मिटे ज्ञान का हम ज्योति जलायें, आओ मिलकर नववर्ष मनाएं। गिले-शिकवे को भूलकर हम…