वर्षा रानी-रूचिका

वर्षा रानी वर्षा रानी वर्षा रानी, कहाँ से लाई इतना पानी, ताल तलैया पोखरे डूबे, बताओ न अपनी कहानी। गर्मी से मन मेरा बेहाल, कैसे भी नहीं सुधरे हाल, टिप…

वर्षा रानी-प्रीति कुमारी

वर्षा रानी  वर्षा रानी का आगमन पुलकित हुआ हमारा मन गर्मी से व्याकुल वसुंधरा को, जैसे मिला हो नव जीवन। बाग़-बगीचे हरे हुए  और हरा हुआ सब वन-उपवन पुष्प सारे…

वर्षा रानी-जैनेन्द्र प्रसाद “रवि”

  वर्षा रानी उमड़-घुमड़ कर बादल गरजे बूंदें गिरती आसमानी, पृथ्वी पर अपना प्यार लुटाने आती हैं वर्षा रानी। ग्रीष्म ऋतु से विह्वल होकर पेड़-पौधे मुरझाते, प्रचंड धूप से आहत…