अनमोल जीवन-आंचल शरण

अनमोल जीवन मजबूरी के दलदल में, मत फंस प्यारे। जिंदगी खुशियों की है, हिम्मती बनकर देख प्यारे।। आगे बढ़ चलता जा, सामने रख नज़र प्यारे। न कोई रोके, न कोई…

आधुनिक परिवार-आँचल शरण

आधुनिक परिवार आधुनिक परिवार का हो गया है कैसा हाल, सब रहना चाहते अपने आप में सिमट कर खुशहाल। अब बूढ़े माता-पिता भी लगते है दूर के रिश्तेदार, यही है…

रक्षाबंधन-आँचल शरण

रक्षाबंधन सावन आया, लेकर रक्षा बंधन का त्योहार भैया, सभी भाई-बहन को रहता इसका इंतजार भैया। सदियों से चलता आया है रक्षा का त्योहार भैया, इसे तुम समझो बहना का…