पढ़ना है अधिकार मेरा जब निकली मैं बस्ता लेके रिंकी मुनियाँ रास्ता रोके क्यूँ तुम पढ़ना चाहती हो जरा मुझे भी कहते जा। पढ़ने से क्या होता लाभ जरा मुझे…
Author: Bhola Prasad Sharma
तेरा न कि मेरा-भोला प्रसाद शर्मा
तेरा न कि मेरा यह सूरज भी तेरा है न कि मेरा है अगर होता यह मेरा तो दुनियाँ होती रैन बसेरा जब-जब जी मेरा है चाहता तब-तब मैं साँझ…
नादान बालक-भोला प्रसाद शर्मा
नादान बालक मैं बालक माँ हूँ नादान कर दे तू मेरा कल्याण। लालिमा संग रोज जगु मैं सत्य कर्म और ध्यान धरू मुझसे न हो कोई अधर्म ऐसा करूँ मैं…
चलो पढ़ें हम-भोला प्रसाद शर्मा
चलो पढ़ें हम नाम कोरोना का सुन अब तुम न घबराना रे—- चलो पढ़ें हम–चलो पढ़ें हम दूरी बना कर मास्क लगाकर पढ़ने जाना रे—- चलो पढ़ें हम–चलो पढ़ें हम…
ऐसे होते हैं शिक्षक-भोला प्रसाद शर्मा
ऐसे होते हैं शिक्षक ऐसे होते हैं शिक्षक! न उन्हें कल का खबर न अपने पोषण की चिन्ता दूर पथगामी सोच लेकर सिर्फ बच्चों के भविष्य का ही अनदेखा…
टीका लगवाईये-भोला प्रसाद शर्मा
टीका लगवाईये दूरी बनाकर सभी रहते हैं– टीका लगाकर देखो न—-2 हो जाएगा सब मुक्त कोरोना एक बार लगाकर देखो न–। दूरी बनकर सभी रहते हैं— ये है महामारी है…
क्यों हम भूल जाते हैं-भोला प्रसाद शर्मा
क्यों हम भूल जाते हैं क्यों हम भूल जाते हैं ? जब हम माँ के गर्भ में होते हैं मुझे बहुत सुखों की अनुभूति होती है कुछ ही दिनों में…
रक्षाबंधन-भोला प्रसाद शर्मा
रक्षाबंधन यह अनुपम त्योहार जो आया चहु ओर खुशियाँ है छाया बहन प्यार से थाल सजाया कुमकुम का भी तिलक लगाया है भाई बहन का प्यार अनोखा है सावन के…
भारत के वीर-भोला प्रसाद शर्मा
भारत के वीर नन्हा-मुन्ना पास तो आओ, ध्वज हाथ में तुम फहराओ। स्वयं बालक हो तुम अधीर, तुम ही हो भारत के वीर। नन्हें-नन्हें हाथ जो तेरे, ठुमक-ठुमक हो लगाते…
झंडा गीत-भोला प्रसाद शर्मा
झंडा गीत झंडा ऊँचा लहराता हूँ, भारत का गीत मैं गाता हूँ। सीख ये सबको सिखाता हूँ, सबसे आगे शीश झुकाता हूँ। तीन रंग का है यह झंडा, इसकी अलग…