मेरी मां का प्यार

प्रेम वात्सल्य की मिशाल, मेरी मां है सबसे कमाल, मुझे गर्व है कि मैं हूं उनका लाल, ममता की प्रतिमूर्ति है वो बेमिशाल, करुणा बरसाती, अपने ही लाल, नाजों से…

आओ मिलकर चलें स्कूल

नन्हें नन्हें कदमों से, चहलकदमी करते हुए, प्रकृति की अनुपम बेला में, भरकर चेहरे पर मुस्कान, सपनों का संग करके ध्यान, साथियों संग एक होकर, सब कुछ जाओ तुम भूल,…