बौद्ध बिहार
प्राचीन काल में कथा प्यारी
बौद्ध विहार की बात न्यारी
विश्व में आगे अपना बिहार
ये है अपना बौद्ध बिहार।
यहाँ पैदा हुए अनेकों वीर
तथागत बुद्ध, जैन महावीर
यहाँ हुए बहुत अवतार
ये है अपना बौद्ध बिहार।
माँ गंगा भी है सृजनहार
कितनी अच्छी है बयार
पर्वत में भी है मंधार
ये है अपना बौद्ध बिहार।
चंद्रगुप्त मौर्य और बिंदुसार
वैशाली, राजगीर के आकार
त्याग किए अशोक तलवार
ये है अपना बौद्ध बिहार।
तक्षशिला, नालंदा का सार
मगध, पाटलिपुत्र का प्यार
आर्यभट्ट का भी अविष्कार
ये है अपना बौद्ध बिहार।
कवियों में एक थे दिनकर
कोई अलग नहीं चाहकर
ज्ञानियों में भी थे भरमार
ये है अपना बौद्ध बिहार।
गोविंद सिंह, कुंवर दमदार
विद्यापति, रेणु की धार
प्रकाश प्रभात का प्यार
ये है अपना बौद्ध बिहार।
उत्तम है यहाँ का संस्कार
यहाँ है ज्ञान का भण्डार
करता है नमन पूरे संसार
ये है अपना बौद्ध बिहार।
✍🏻✍🏻प्रकाश प्रभात
प्राo विo बाँसबाड़ी
बायसी पूर्णियाँ बिहार