भारत माता
सौ बार जन्म लू धरती पर
कुर्बान तुझी पर हो जाऊँ !
अपने तन की इस काया को
न्योछावर तुझ पर कर जाऊँ !
ये शीश कटे या कटे झुंड
अफसोस नही होगा भ्राता !
सुखदेव भगत सिंह बन जाऊँ
करता है दिल करने को आता !
तेरा वैभव सबसे पहले
हो वन्दे मातरम यशोगान !
जब विदा हो चले धरती से
लिपटा हो तिरंगा बजे राष्ट्रगान !
भारत माता की जय कहते
सब लोग चले अंतिम पथ तक !
जय हिन्द सुनायी दे सबको
ये इच्छा है मरते दम तक !
गर पुनर्जन्म हो दुनियाँ मे
ईश्वर फ़िर जन्म करा देना !
हिन्दी, हिन्दू और हिंदुस्तान में
वापस फ़िर मुझको लौटा देना !
ताकि फ़िर से बलिदान करूँ
फ़िर मौका मिलने पर माता
हम वीर पुत्र तेरे आँचल के
हे भारत माता हे भारत माता !
मनोज कुमार दुबे
राजकीय उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय भादा खुर्द
लकड़ी नबीगंज सिवान
©manojdubey