भोली भाली गाय
भोली भाली गाय हमारी
रंग बिरंगी गाय हमारी
गोली काली उजली चितकबरी
कितनी प्यारी गाय हमारी।
रुखा सूखा भूसा चोकर
जो भी मिलता हरी हरी
घास खाती गाय हमारी।
खाकर पागुर करती
अपना भोजन पचाती
बदले में अपने थन से
दूध की धारा बहाती
सुंदर-सुंदर बछड़े देती
भोली भाली गाय हमारी।
गोबर देती है उपयोगी
खेतों में हरियाली आती
गोबर के खाद से सुंदर
दो सींगो वाली इसकी
दो आंखें प्यारी पूॅंछ
लगती है निराली
चौपाया कहलाती है।
दूध और बछड़े देकर
बदले में कुछ नहीं लेती
छोटे छोटे बच्चे
का भूख मिटाती
भोली भाली गाय हमारी।
ब्यूटी कुमारी
मध्य विद्यालय मराँची
बछवाड़ा, बेगूसराय
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