हर जीव में कितनी भी पूजा करो तुम मिट्टी और पाषाण का । पर मानो या न मानो हर जीव में है समाहित मूरत उस भगवान का । जिस जगत…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
जल संरक्षण-मनु कुमारी
जल संरक्षण सभी प्राणियों के जीवन में है मेरा महत्वपूर्ण स्थान, मैं हूँ कुदरत का दिया हुआ दूसरा अमूल्य वरदान। अगर नहीं मैं होता जग में, कहीं न होते जीव,…
गुड़िया रानी-नीतू कुमारी
गुड़िया रानी गुड़िया रानी, गुड़िया रानी बुद्धि में तू, बड़ी सयानी। अपने मन की, हो महारानी नानी से सुनती हो, रोज कहानी । बिहार की हो, रहने वाली पटना है…
स्वच्छ भारत अभियान-स्वाति सौरभ
स्वच्छ भारत अभियान स्वच्छ, सुंदर भारत हो अपना, पूरा करें गाँधी जी का सपना। जन जन तक पहुँचे स्वच्छता का संदेश; बनाएँ स्वच्छ और सुंदर अपना देश।। यहाँ वहाँ गर…
खुशी तू कहाँ मिली-मधु कुमारी
खुशी तू कहाँ मिली ऐ बंदे ! कहाँ ढूंढ रहा खुशी को मैं तो हूँ तेरे अन्दर मैं तो हूँ बस एहसास दिलों का जो हर दिल में प्रेम स्वरूप…
दूर अपनी करें बुराई-एम एस हुसैन
दूर अपनी करें बुराई आइए हम देखें औरों की अच्छाई अपने अंदर की दूर करें हम बुराई दूसरों के साथ जो हैं हम किए हुए वही तो है हमारे…
बिटिया-कुमकुम कुमारी
बिटिया हे जन्मदाता, भाग्य विधाता, पूज्य पिता जनक हमारे मैं भी तेरे बागों की कलियाँ जैसे भैया हैं हमारे हमको भी चलना सिखा दो बाबा पकड़ के हाथ हमारे हे…
व्यायाम-लवली वर्मा
व्यायाम नित करो सब व्यायाम। चाहे हो सुबह की बेला , या हो फिर शाम। नित करो सब व्यायाम।। बढ़ता इससे उर्जा का स्तर, ताज़गी रहती दिनभर। होती नहीं है…
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ-रीना कुमारी
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्वागत है इस दुनियाँ में बेटियाँ तुम्हारा। हाँ! बेटियाँ तुम्हारा। अगर न होती तू दुनियाँ में, सृष्टि बसती नहीं दुबारा। स्वागत है इस दुनियाँ में बेटियाँ…
जीवन तो सीखते जाना है-दिलीप कुमार गुप्ता
जीवन तो सीखते जाना है सुख से सीखें, दुःख से सीखें खुशियाँ हो या गम से सीखें मैत्री भाव हो व्याप्त जगत मे रिपु अपना कोई नहीं अपनों का सम्मान…