हिंदी एक शाश्वत भाषा हिंदी है भाषा की जननी, है इसका महत्व अग्रणी। हमारे जीवन नैया की यह है कर्णधार, क्योंकि इसकी है महिमा अपार। इसके साथ आए अनेक विचार,…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
शब्द-ज्योति कुमारी
शब्द शब्द भेदी बाण जब चला होगा !! कोई हुआ है घायल, क्या उसे पता चला होगा? ये कमान से निकला तीर नहीं, ये तो शब्दों से चला, दिल पर…
जीवन तो चलते जाना है-अर्चना गुप्ता
जीवन तो चलते जाना है माना संघर्षों से भरा जीवन है पर चलना अनवरत हर क्षण है, छिप जाए गर तम में दिनकर देख न उसे अब घबराना है ,…
हम बच्चे भी तो भविष्य देश के-अपराजिता कुमारी
हम बच्चे भी तो भविष्य देश के हम बच्चे भी तो भविष्य देश के, बालश्रम क्या देश के भविष्य पर प्रतिघात नहीं 🧒🏻हमें भी दे दो ना, खेलने, पढ़ने, प्यार,…
शहर-विनय कुमार ओज
शहर शहरों की रौनक होती भीड़ है पर ये तो सहता रहता पीर है हरित, शांति को ये सदा तरसता पल-पल वाहनों से धुआँ बरसता जहाँ भी देखो शोर-शराबा है…
कामयाबी-स्वाति सौरभ
कामयाबी जीवन में वो मंजिल ही क्या, जिसे पाना बहुत आसान हो। छाले न पड़े पैरों में, न जख्म के निशान हों।। कामयाबी के वो सपने ही क्या, आँखें सुजी,…
जख्मों को सहलाते रहिये-स्नेहलता द्विवेदी आर्या
ज़ख्मों को सहलाते रहिये दिल की रीत निभाते रहिये, जख्मों को सहलाते रहिये। संकट में है पड़ी मानवता, मानव धर्म निभाते रहिये। जंग कठिन है रण है बाकी, अपना धर्म…
युवा तुम लड़ो मुस्किलों से-संदीप कुमार
युवा तुम लड़ो मुश्किलों से हाँ, युवा तुम हो देश के भविष्य तुम हर असंभव कार्य को संभव कर सकते हो तुम्हारे अंदर है असीमित शक्ति तुम डटकर सामना करना…
बिन संघर्ष कुछ मिलता नहीं-खुशबू कुमारी
बिन संघर्ष कुछ मिलता नहीं क्या हुआ जो इतने थक कर हार गए तुम रास्ते और भी है इतने बेबस और लाचार क्यों हो गए तुम ? जिंदगी खत्म…
कौन कहता है बच्चे पढ़ते नहीं-रीना कुमारी
कौन कहता है बच्चे पढ़ते नहीं बच्चे तो कच्चे माटी के बने होते हैं जैसा चाहो वैसा रूप बना दो, पर हम खुद कुम्हार बनते नहीं, कौन कहता है बच्चे…