रखें शिष्य के शीश पर, गुरु आशिष का हाथ। तिमिर सर्वदा दूर हों, पथ आलोकित साथ।। विद्यालय है ज्ञान का, परम सुघर भंडार। छात्र सदा पाते यहाँ, एक नया संसार।।…
Category: Uncategorized
बीज की चाह- मेराज रजा
दाना हूँ मैं नन्हा-मुन्ना, मिट्टी में हूँ गड़ा-गड़ा! कैसी होगी दुनिया बाहर, सोच रहा हूँ पड़ा-पड़ा! मीठा-मीठा पानी पीकर, अंकुर मैं बन जाऊँ! बढ़िया खाद मिले तो खाकर, खिल-खिलकर…
प्यारा-सा चाँद – भोला प्रसाद शर्मा
चमक रहा है आसमान में, प्यारा-सा चाँद, सितारों के संग खेल रहा है प्यारा-सा चाँद। चुपके-चुपके झाँक रहा है बादलों की आड़ में झिलमिल रोशनी फैला रहा, पुरवाई बयार…
सत्य का प्रकाश – सुरेश कुमार गौरव
सत्य का प्रकाश फैलाए, हर अंधकार को मिटाए, स्वार्थ की सीमा से परे त्याग का दीप बन जाए, मेरा दीपक जलता जाए। आँधियों से न घबराए, हर चुनौती…
माँ बिना जहाँ भी कुछ नहीं – अवनीश कुमार
माँ तेरा वो दुलारना तेरा वो पुचकारना तेरा वो लोरी सुनाना तेरा वो घिस-घिस बर्तन माँजना उससे निकले मधुर संगीत सुनना तेरा वो प्यार से डाँटना कभी चुप रहकर…
शिक्षा की ज्योति जलाने वाले- अमरनाथ त्रिवेदी
साथ मिलकर चलें, हम मिलकर रहें, एक दिन मंजिल हमें जरूर मिल जाएगी। साथ मिलने और चलने से ताकत बढ़े, अरमानों को निश्चित पंख लग जाएँगे। कदम ही कदम यूँ …
शिक्षा की ज्योति जलाने वाले- अमरनाथ त्रिवेदी
साथ मिलकर चलें, हम मिलकर रहें, एक दिन मंजिल हमें जरूर मिल जाएगी। साथ मिलने और चलने से ताकत बढ़े, अरमानों को निश्चित पंख लग जाएँगे। कदम ही कदम यूँ …
देव दिवाली मनाएँ आज- रामकिशोर पाठक
सदियों से आ रही रिवाज, कार्तिक की पूर्णिमा है आज। सुबह-सुवेरे गंगा में जाकर, कर आते स्नान हैं आज। दिव्य रथ रूप धरी धरा, शशि सूर्य चक्र बने आज।…
बच्चों जीवन को सादगी से अपनाना- रुचिका
बच्चों तुम अपनी शरारतें बचा लेना, छोटी-छोटी बातों पर रूठना फिर पल में मान जाना और दिल खोल मुस्कुरा लेना। वो किसी को रोते देख रोना, किसी के खुशी…
भारत के चमकते नूर- अमरनाथ त्रिवेदी
चाचा नेहरू के जन्म दिन पर, हर वर्ष बाल दिवस मनाते हैं। उनके सपने को हर शिक्षक, हर बच्चे को गले लगाते हैं। कोमल मन में जो भाव भरते हैं,…