चंदा मामा
बालक कहता है, चांद से
चंदा मामा आओ ना
चांदनी फैलाओ ना।
अलग-अलग आकार है तेरा
मुझे कहानी बताओ ना।
अम्मा से कह रंग-बिरंगे
कपड़े तेरे बनवाए मैंने
मेरे घर आ जाओ ना
कपड़े पहन दिखाओ ना।
तारे को संग लाओ ना
मेरे साथ खेलो ना।
दिन में तुम छुप जाते हो
रात में दिख जाते हो।
धरती पर आ जाओ ना
शीतल आभा बरसाओ ना।
चंदा मामा आओ ना
दूध मिठाई खाओ ना।
सूरज दादा के उगते ही
तुम कहीं चले जाते हो।
बादल में छुप जाते हो
छुपम छुपाई खेलो ना।
जब मैं चलता तुम भी चलते
रुक जाने पर रुक जाते हो
क्या तुम मुझे चिढ़ाते हो?
चंदा मामा आओ ना
चांदनी फैलाओ ना।
नील गगन में बहुत है तारे
तुम मेरे घर आ जाओ ना।
ब्यूटी कुमारी
मध्य विद्यालय मराँची
बछवारा, बेगूसराय
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