देश हमारा
रहे सलामत देश हमारा
सारे जग में है हमको प्यारा
नहीं दिखा है कभी बेचारा
जो जाने दुनियाँ जग सारा।
राष्ट्रध्वज इनका तिरंगा
केसरिया हरा सफेद रंग का
बीच में नीला चक्र सुशोभित
न करते दूजों को शोषित।
तिरंगे की शान के खातिर
हम सब तत्पर रहते हैं
कठिन से कठिन समय में भी
इसे झुकने न दे सकते हैं।
कईयों ने बलिदान दिया
स्व भारत माता के खातिर
न कोई दुष्ट सफल हो सके
हो चाहे कितने भी शातिर।
हिंदू मुस्लिम सिख इसाई
सब इनकी संतान हैं
आपस में सब मिलकर रहते
यही हमारी शान है।
कुछ मुट्ठी भर लोग सियासत
करके हम में बैर भरे
न आते उनकी बातों में
एक दूजे के सह सैर करे।
कोई भी विपदा आ जाए
विचलित कभी न होंगे हम
देश के खातिर हीं जियेंगे
इन्हीं के खातिर मरेंगे हम।
विजय सिंह नीलकण्ठ
सदस्य टीओबी टीम