दूर अपनी करें बुराई
आइए हम देखें औरों की अच्छाई
अपने अंदर की दूर करें हम बुराई
दूसरों के साथ जो हैं हम किए हुए
वही तो है हमारे पास लौट के आई
हम क्यों करें, किसी और से दुहाई
सोचें हमारी क्यों हो रही जग हंसाई
जो हमारे द्वारा है, की हुई कमाई
वही तो है हमारे पास लौट के आई
अब तो समझो तुम मेरे भाई
क्यों करें हम किसी की बुराई
जब खुद ने है भरी हुई बुराई
हमारी आँख क्यों नहीं लजाई
जन जन की है यही कहानी
अपने से बुरा दूजा न सानी
दुनियाँ हो सुंदर हमने है ठानी
दूसरों की बुराई पड़ेगी भुलानी
जब हमारी नज़रें होंगी सही
जो हम देखेंगे नजर आए वहीं
औरों में ढूंढना है तुम्हें अच्छाई
दूर करना है तुम्हे अपनी बुराई
एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
उत्क्रमित मध्य विद्यालय
छोटका कटरा
मोहनियां कैमूर बिहार