एक जानकारी माहवारी
मैं थी एक नन्ही पड़ी ,
माँ के लार- प्यार से पली।
कैसे ,कब बढ़ी,
10 वर्ष की हो चली।
एक दिन तो डर गई,
पेट दर्द से रो पड़ी।
बदलाव से मैं सहम गई,
माँ पूछी उदास क्यों हो खड़ी।
सबकुछ सुन माँ कही,
चिंता की कोई बात नहीं।
ऐसा होता सबके साथ,
सुन ले बेटी मेरी बात।
10 वर्ष बाद यह होता,
50 वर्ष तक साथ रहता।
28 दिनों का चक्र यह,
मासिक धर्म कहलाता।
5 दिनों की अवधि इसकी,
हर माह यह दोहराता है।
दर्द, ऐठन इसके लक्षण,
माहवारी यह कहलाता है।
सेनेटरी, नेपकीन का प्रयोग करो,
संतुलित भोजन, योग करो।
स्वच्छ रहो, स्वच्छता अपनाओ,
अंधविश्वास को दूर धरो।
जागरूकता अभियान अपनाओ,
खुद जानो औरों को बताओ।
28 मई को माहवारी दिवस मनाओ।
अनुज कुमार वर्मा
मध्य विद्यालय बेलवा कटिहार।
Anuj Kumar Verma