गाँव
गाॅंव की पगडंडियों में एक अलग बात है,
यहाँ हमेशा हरियाली ही साथ है,
एक बार गाँव आकर घूम लीजिये,
यहाँ प्यार, स्नेह, सम्मान की बरसात है।
यहाँ आपको मन की शांति ही शांति मिलती है,
व्यस्तता किसे कहते हैं वह बात नहीं दिखती है,
प्यार लेना और प्यार देना यहाँ की रीत है,
इसलिए यहाँ चारों धाम की झलक मिलती है।
शहरों की अपेक्षा यहाँ कम खुदगर्ज़ी, मक्कारी है,
मिलती यहाँ पर आजादी, पर कईयों को लाचारी है,
गरीबी, अशिक्षा, जलन, द्वेष यहाँ भी छाई है,
इनके बावजूद स्नेह, सम्मान, प्रेम की बेसुमारी है।
असली हिन्दुस्तान तो हमारे गाँव में बसता है,
गंगा-जमुनी की तहजीब दिलों में हमेशा पनपता है,
हर मुसीबत पर, एक दूसरे के काम आते यहाँ,
इसलिए तो हिन्दुस्तान, सबके लिए स्वर्ग लगता है।
मुकेश कुमार