गुरु की महिमा
बाल पुष्प संग मिलकर
गुरू उपवन नया बसाते हैं
घर-घर में दीप जलाकर
गुरू अंधियारा दूर भगाते हैं।
हर कठिन पगडंडी पर
गुरु चलना सिखाते हैं
नस नस में उर्जा भरकर
स्फूर्त नव शक्ति जगाते हैं।
गुरु ब्रह्म के रूप में भी
गुरु विष्णु की साया हैं
गुरु पर न कभी भारी बनी
आदि शक्ति महामाया हैं।
गुरु मोक्ष की सीढ़ी है
वो किये उद्धार कई पीढ़ी हैै
हर उलझन को सुलझाते हैं
सोये को हर वक्त जगाते हैं।
ज्ञान सुधा जीवन में भरकर
हर उलझन को सुलझाते हैं
गुरु तो अंगुलिमाल को भी
सदाचार सिखलाते हैं।
बबीता चौरसिया
मध्य विद्यालय रखवारी
अंधराठाढ़ी मधुबनी
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