विषय -गुरुद्वार।
शीर्षक -मैं जाउँगी बार -बार।
मेरा सबकुछ है गुरुद्वार,
मैं जाउंँगी बार- बार।
मेरे माता-पिता गुरु हैं
मेरे बंधु सखा गुरु,
मेरे गुरु जी लगाएँगे बेरापार
मैं जाउंँगी बार- बार।
मेरा सबकुछ ——-२।
मेरे अन्न दाता गुरु हैं
मेरे भाग्य विधाता गुरु हैं,
मेरे गुरु हैं पूरन दातार
मैं जाउंँगी बार- बार।
मेरा सबकुछ है —–२।
मेरे ईश्वर हीं गुरु हैं
मेरे परमेश्वर गुरु हैं,
मेरे गुरु हीं हैं पालनहार
मैं जाउंँगी बार- बार।
मेरा सबकुछ है —–२।
मेरे कर्म दाता गुरु हैं
मेरे धर्म दाता गुरु हैं,
मेरा गुरु हीं लगाएँगे नैया पार
मैं जाउंँगी बार- बार।
मेरा सबकुछ है —–२।
मेरे ज्ञान दाता गुरु हैं
मेरे मोक्ष दाता गुरु हैं,
मेरे गुरु हीं काटेंगे अंधकार
मैं जाउंँगी बार- बार।
मेरा सबकुछ है ——२।
मेरे पूजा पाठ गुरु हैं
मुझे अच्छे संस्कार देते गुरु हैं,
गुरु करते हैं मेरा उद्धार
मैं जाउंँगी बार- बार।
मेरा सबकुछ है —–२।
मेरा मायका है गुरु धाम
मेरा ससुराल भी है गुरु धाम,
मेरे गुरु जी हैं बड़े उदार
मैं जाउंँगी बार-बार।
मेरा सबकुछ है गुरुद्वार –२।
नीतू रानी (विशिष्ट शिक्षिका)
स्कूल -म०वि०रहमत नगर सदर मुख्यालय पूर्णियाँ।
