ज्ञान का दीप
आओ मिलकर हमसब,
ज्ञान का दीपक जलाएँ।
फैलाएँ खुशियाँ चारो ओर,
चलो बच्चों को हम सब सिखाएँ।।
नन्हे मुन्ने बच्चे होते मन के सच्चे,
आओ हम भी उनको,
प्यार का पाठ पढ़ाएँ।
वही बच्चे सीखकर,
कामयाबी का परचम लहराए।।
कभी कलाम कभी पाटिल बनकर,
जग में मान बढ़ाए।
गुरु की महत्ता समझे,
बच्चों को खूब पढ़ाएँ।।
अपने आंतरिक ज्ञान को,
मानसिक पटल पर लाएँ।
शिक्षक हमेशा सोचता है
बच्चों को अपने से बेहतर बनाएँ।।
नई नई क्रियाकलापों, प्रयोगों से,
ध्यान केंद्रित कराएँ।
आओ हम सब मिलकर,
बच्चों को खूब पढ़ाएँ।।
अशोक कुमार
न्यू प्राथमिक विद्यालय भटवलिया
नुआंव कैमूर
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