हमारा स्कूल
यह हमारा स्कूल है,
देता हमें सुकून है।
प्रतिदिन समय से हम सब स्कूल में पढ़ने को जाते है,
मध्यांतर के बाद हम सब टिफिन खोलकर खाते हैं।
अनुशासन में रहकर पढ़ते,
नियम-रिति का पालन करते।
भाईचारे के साथ रहकर,
देशभक्ति व मानवता का पाठ पढ़ाते।
स्कूल में प्रतिदिन हमारे ज्ञान की ज्योति प्रज्वलित होती है,
जाति-धर्म रंगभेद से ऊपर उठकर जीना हमें सिखाती है।
सभी विषय यहाॅ पढ़ाए जाते,
कच्ची मिट्टी की ढेरों को सुंदर घड़े बनाएं जाते।
शिक्षक सभी सामर्थ्य विद्वान,
देते हमें नित नव विद्या दान।
बने कामयाब कैसे हम सब वो हर पल समझाते हैं,
स्कूल में प्रतिदिन अपनी ज्ञान की ज्योति जलाते है।
पढ़ लिखकर हम सब जन जन की सेवा करेंगे,
विश्व में अपने देश का सबसे ऊंचा नाम करेंगे।
नसीम अख्तर
बी॰ बी॰ राम +2 विद्यालय
नगरा, सारण