हमारी शान है हिंदी
हिंद देश के वासी हैं हम
हमसब की जान है हिंदी ।
भारत देश है सबसे प्यारा
इसकी खुद पहचान है हिंदी ।।
उर्दू ने है हमें अदब सिखाई
संस्कृत से है संस्कृति पाई ।
जिसने सब कुछ है सिखाई
इकलौती ज़ुबान है हिंदी ।।
हिंदी ही एक ऐसी भाषा है
जिसकी अनेक परिभाषा है ।
सुदृढ़ता, कोमलता, सद्गुण
स्वभाव की पहचान है हिंदी ।।
यह हैं हिंदी के मशहूर कवि
पारसाई, द्विवेदी, महादेवी ।
भारतेंदु ने है एक बात कही
हमारा स्वाभिमान है हिंदी ।।
जैसे माथे पर शोभती बिंदी
देशवासियों को शोभती हिंदी ।
हिंदी में हैं हम सब पले बढ़े
अस्तित्व की पहचान है हिंदी ।।
हिंदी हमें है जान से प्यारी
आओ हम करें हिंदी से यारी ।
करें हम इसकी खातिरदारी
हमसब की जो शान है हिंदी।
स्वरचित और मौलिक रचना
एम० एस० हुसैन
शिक्षक
उत्क्रमित मध्य विद्यालय
छोटका कटरा
मोहनियां कैमूर बिहार