हिंदी दिवस मना रहे हैं हम सब फिर आज
बिना दिवस के बन गयी “अंग्रेजी” सरताज
अंग्रेजी सरताज, उन्नति बहुत जरूरी
हम सब भी रक्खे गुपचुप हिंदी से दूरी
बच्चो को समझाए पढ़ो मत हिंदी-बिंदी
अंग्रेजी गुणवान, परायी लगती हिंदी।
अंग्रेजी मे डूबकर, हिंदी पर दे ध्यान
निज भाषा से ही मगर, हम सब हैं अंजान
हम सब है अंजान, सुनाते हिंदी नारा
अंग्रेजी में सो बोलते भारत प्यारा
हिंदी तो है शान, बताए सभी सुनो जी
“हाउ आर यु हिंदी” पूछती है अंग्रेजी
कुछ जन को देखिये, हिंदी पाठ पढाय,
बच्चों को लेकिन वही, अंग्रेजी बतलाए
अंग्रेजी बतलाए, नौकरी वही दिलाती
सभी क्षेत्र मे आज, वही है नाच नचाती
हिंदी से हो बैर, मिलेगा तब तो अवसर
अंग्रेजी को सीख बनेगा, “बड़का अफसर”।
स्मिता ठाकुर
प्र. प्र. अ. मध्य विद्यालय सखुआ
प्रखंड- पिपरा
जिला- सुपौल, बिहार
यह मेरी ही मौलिक कृति है