जय माता दी
ऐसी सद्बुद्धि हमें देना माता,
मन में भावना गलत न आए
हर बुराई दूर ही रहे हम से,
लोभ मन में कभी भी न आए।
ऐसी सद्बुद्धि हमें देना माता,
मन में भावना गलत न आए।
इर्ष्या न हो किसी को किसी से,
मन में भावना तूँ ऐसी भर दे।
भूलकर भी गलती हो न हमसे,
बुद्धि ऐसी समर्पित कर दे।
ऐसी सद्बुद्धि हमें देना माता,
मन में भावना गलत न आए।
तेरी भक्ति का हूँ मैं भूखा,
मैं बालक नहीं माता झूठा।
मन में विश्वास अच्छाई का भर दे,
साहस हममें तूँ इतना भर दे।
ऐसी सद्बुद्धि हमें देना माता,
मन में भावना गलत न आए।
महिषासुर को सबक सिखाई,
चण्ड-मुण्ड को राह दिखाई।
तूँ शक्तिरूपी, ममतामयी माता,
तेरा रूप मुझे बहुत भाता।
ऐसी सद्बुद्धि हमें देना माता,
मन में भावना गलत न आए।
सबकी झोली तूँ खूशियों से भर दे,
वर दे, वर दे, जग-जननी वर दे।
ऐसी सद्बुद्धि हमें देना माता,
मन में भावना गलत न आए।
अनुज वर्मा
मध्य विद्यालय बेलवा कटिहार
बिहार