जिम्मेदारी
आओं बच्चों तुम्हें बताएं क्या होती है जिम्मेदारी।
हर रास्ते और हर कदम पे होती इससे यारी।
आओ बच्चों ———
बचपन में जब हम नहीं समझते कुछ भी दुनियादारी, तब लोरियां सुना-सुना कर सब समझा जाती माँ प्यारी।
आओ बच्चों तुम्हें बताएं क्या होती जिम्मेदारी,
हर रस्ते और हर कदम पे होती इससे यारी।
आओ बच्चों——————
थोड़े बड़े हुए जब हम पढ़ाई का बोझ पड़ा भारी,
माता पिता के साथ गुरु का कहना मानो सीख यही है सारी।
आओं बच्चों तुम्हें बताएं क्या होती है जिम्मेदारी,
हर रस्ते और हर कदम पे होती इससे यारी।
आओ —————————–
पढ़-लिखकर महान बनना, यही चाहत होती हमारी,
माँ-बाप का बढ़े सम्मान, इसी दिशा में मेहनत होती सारी |
आओ बच्चों तुम्हें बताएं क्या होती है जिम्मेदारी,
हर रास्ते और हर कदम पे होती इससे यारी।
आओ बच्चो—————–
जीवन है एक कठिन तपस्या सब लोगों पर भारी।
फिर भी सभी निभाते इसको बारी-बारी।
हम भी निभाएं, तुम्हें निभाना है संतान हमारी।
आओ बच्चों तुम्हें बताएं क्या होती है जिम्मेदारी,
हर रास्ते और हर कदम पे होती इससे यारी।
आओ बच्चों——————-
रीना कुमारी (शिक्षिका)
प्रा० वि० सिमलबाड़ी पश्चिम टोला
बायसी र्पूर्णयाँ बिहार