जीवन युद्ध है आराम नहीं
जीवन युद्ध है
इसे समझ तू आराम नहीं,
जीवन के हर मोड़ पर,
कहीं शुरू तो कहीं छोड़ पर,
कर्तव्यों के शोर पर,
तुझे योद्धा बनकर लड़ना होगा,
जीवन निरंतर चलने वाला युद्ध है,
तुझे अपने सूझबूझ! से चलना होगा,
अपने और अपनों के आंखों के सपनों को,
तुझे हकिकत करके दिखाना होगा ,
तू अपने फर्ज से डर मत,
रुक मत, देख पीछे मत,
तू ! योद्धा है, तुझे चलते रहना होगा ,
कई मोह तुझको रोकेंगे,
कहीं निगाहें तुझको टोकेंगे,
कठिनाइयों से भरा सफर
तुझे तय करना होगा,
ले संकल्प अपने जीवन का,
अपनों के सपनों का,
इसे तुझे, बस इतना समझना होगा,
जीवन युद्ध है, आराम नहीं।।
✍️प्रियंका कुमारी( शिक्षिका)✍️
विद्यालय-> प्राथमिक विद्यालय रहिया टोल
प्रखंड -> बायसी, जिला->पूर्णिया