कौन है इंसान
अहंकार रहित दृढ़ता आत्मविश्वास से भरा
शब्दों में मिठास, नजरों में हमदर्दी और चेहरे पर मुस्कान
वो है इंसान।।
अत्याचार के विरोध में खड़ा, स्वाभिमान से भरा
जिसमें हो आत्म अनुशासन और ज्ञान
वो है इंसान।।
जिम्मेदारियाँ निभाए, विन्रम हो स्वभाव
भाग्य, प्रसिद्धि का नहीं मोहताज
वो है इंसान।।
दया का हो भाव मन में
खुद की गलतियों से सीखे
दूसरों का करे सम्मान
वो है इंसान।।
आँखों मे हो कामयाबी के सपने,
रखे सभी की जीत का सिद्धांत
आने वाले कल को देखे
न करे बीती बातें न हो
कोई अभिमान
वो है इंसान
स्थिर हो जिसका स्वभाव
सोच कर बोले हर बात
जितने भी योजना बनाता
देता अपने काम को अंजाम
वो है इंसान।।
संयुक्ता कुमारी
संकुल समन्वयक
क. म. वि. मलहरिया
बायसी पूर्णिया