मानव जीवन-दिलीप कुमार गुप्ता

मानव जीवन

नव उम्मीद स्पंदित अन्तर्मन
नव विश्वास का तीव्र जागरण
विश्वबंधुत्व सर्वोच्च संबल
त्याग बलिदान समर्पण
अभिप्रेरित मानव जीवन।

परोपकार का प्रकीर्णन
उदारीकरण का स्फोटन
साहस निर्भीकता उच्च मनोबल
मर्यादाओं का संवर्धन
अभिप्रेरित मानव जीवन।

स्वतंत्रता का उद्दीपन
आत्मनिर्भरता बीजारोपण
प्रगति का स्वर्णिम भुजबल
शुभ व्यक्तित्व श्रेष्ठ वंदन
अभिप्रेरित मानव जीवन।

विषादों का न कोई रूदन
संताप मिटे पाशविक क्रंदन
उल्लासित मुखरित बोल
नव प्रभा का अभिनंदन
अभिप्रेरित मानव जीवन।

दृढ निश्चय हो लक्ष्य भेदन
चतुर्दिक उन्मुक्त गगन
सद्भावों का प्रस्फुटित कोंपल
स्वच्छंद नहीं स्वतंत्र पवन
अभिप्रेरित मानव जीवन।

प्राणी मात्र स्वरूप दर्शन
बढे प्रेम स्नेह सिंचन
सदाचार शुभ हरिबोल
सम्यक कर्मों का निर्वहन
अभिप्रेरित मानव जीवन।

सतत प्रभु नाम का गुंजन
सत्य सनातन का नित चिंतन
शांति सुवासित निःशब्दम् बोल
आत्म परमात्म का संलयन
अभिप्रेरित मानव जीवन ।

दिलीप कुमार गुप्ता
प्रधानाध्यापक
म. वि. कुआड़ी अररिया

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