मेरा मुल्क
नन्हे मुन्ने अभिमानी,
हम हैं सच्चे हिंदुस्तानी।
रग रग में बसता है प्यार,
फहराएंगे तिरंगा हरेक बार।।
कुछ कर गुजरने की ख्वाहिशें,
मेरे लहू में है दौड़ता।
मेरे अंदर आज भी,
खुदीराम है बसता।।
राष्ट्र के प्रति संकल्पित,
मेरा प्राण है न्योछावर।
कभी न झुकने देंगे झंडे को,
जान की बाजी लगाकर।।
जब तक जान है हम में,
मन में है उल्लास।
प्राण जाते समय मेरा,
तिरंगे में लिपटे लाश।।
लहराता रहे मेरा तिरंगा,
हम सबका है अभिमान।
तीन रंग का प्यारा झंडा,
सच्चे सादगी का है पहचान।।
अशोक कुमार
न्यू प्राथमिक विद्यालय भटवलिया
नुआंव कैमूर
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