मेरा नाम बिहार हुआ
1912 में मैं पैदा हुई
जन्म स्थल बंगाल हुआ
लोगों से मैं मिली जुली
इसी तरह मेरा प्रचार हुआ
मेरे पास बहुत बौद्ध भिक्षु रहते
हाँ इसलिए मेरा नाम बिहार हुआ।
हिंदी में मैं पली-बढ़ी
उर्दू में श्रृंगार हुआ
मगही बज्जिका अंगिका भोजपुरी
यह तो है मेरे नाज़ व नखरे
अंग्रेजी से प्यार हुआ
हाँ मेरा नाम बिहार हुआ।
बाबू कुँवर सिंह और सम्राट अशोक
यह तो है मेरे वीर सपूत
इन्हीं के आत्माबलिदानों के चलते
मेरा सपना साकार हुआ
हाँ मेरा नाम बिहार हुआ ।
मैंने दिया है धरती को
चाणक्य जैसा नीतिज्ञ
आर्यभट्ट जैसा गणितज्ञ
इन्हीं के द्वारा शून्य का अविष्कार हुआ
हाँ मेरा नाम बिहार हुआ ।
गया को गौतमबुद्ध दिया
और महावीर को वैशाली
बिस्मिल्लाह खान को डुमराव दिया
जिसने दुनियाँ में बजाया शहनाई
पटना को गुरु गोविंद दिया
जिनको सिखों का दसवां गुरु इकरार हुआ।
हाँ मेरा नाम बिहार हुआ।
डॉ राजेंद्र सिवान में जन्मे
जो भारत के प्रथम राष्ट्रपति कहलाए
पटना में जन्मे अशोक
जो भारत के सम्राट हुए
आरा में कुँवर सिंह जन्मे
जो शेरे बिहार हुए
पाटलीपुत्र में चंद्रगुप्त ने जन्म लिया
जिनसे अखंड भारत का सपना साकार हुआ
हाँ मेरा नाम बिहार हुआ ।
✍✍✍एम० एस० हुसैन
उत्क्रमित मध्य विद्यालय
छोटका कटरा
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