नमक सत्याग्रह
नमक सत्याग्रह ने हिला दी
ब्रिटिश सरकार की नींव को।
12 मार्च 1930 गाँधी जी ने
शुरू की यात्रा हिलाने
ब्रिटिश सरकार की नींव को
अहमदाबाद साबरमती से पैदल शुरू की,
यात्रा पहुँची 24 दिनों बाद दांडी ग्राम को
78 स्वयंसेवकों के साथ शुरू की, यात्रा
358 किलोमीटर दूर दांडी
पहुँचते हो गई 50 हजार को
सरोजिनी नायडू, वेब मिलर, अब्बास तैयब जी
और जुड़ गए हजारों नमक सत्याग्रह को
6 अप्रैल 1930 को पहुंचे
गाँधी जी दांडी, ग्राम को
मुट्ठी भर नमक बनाकर,
तोडा ब्रिटिश राज के
नमक पर एकाधिकार को
न हिंसा की, न चलाई लाठी ,
न्याय, अहिंसा, सत्य अपनाकर
हिम्मत दे दी स्वतंत्रता
के आंदोलन को
नमक सत्याग्रह ने
हिला दी
ब्रिटिश सरकार की
नींव को।
सत्य ,अहिंसा त्याग
की ताकत
दिखाए ब्रिटिश
सरकार के शासन को
नमक सत्याग्रह ने
रख दी
आजाद भारत के
नीव को।
अपराजिता कुमारी
उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय
जिगना जगन्नाथ हथुआ गोपालगंज