नामांकन समारोह
विद्यालय है एक फुलवारी
बच्चे इसके फूल।
बच्चों से है शोभा इसकी
ये हम सब न भूल।
महक उठी है ये फुलवारी
इनके फिर आने से।
गूंज उठी है गीत फिज़ा में
इनके हंसने गाने से।
आज है नामांकन करना इन्हें
विद्यालय में अपने।
पूरी होगी इनकी इच्छा
पूरे होंगे सपने।
इनका स्वागत करें हम दिल से
ये तो हैं भगवान।
कितने सुंदर, कितने प्यारे
हैं ईश्वर के वरदान।
प्रवेशोत्सव में जब इनका हम
नामांकन कर लेंगे।
इन फूलों को खिलने का
हम एक अवसर दे देंगे।
तो आओ हम सब साथ चलें
फिर से स्कूल की ओर।
आपस में हो प्यार हमेशा
बंधे प्रेम की डोर।
विकसित होगा देश ये अपना
जब बच्चे पढ़ लेंगे।
जीवन पथ पर आगे बढ़कर
आसमान छू लेंगे।
सुधीर कुमार
म वि शीशागाछी
टेढ़ागाछ किशनगंज