नव वर्ष हृदय स्वीकार करो
नव वर्ष हृदय स्वीकार करो।
पावन नूतन प्यार भरो।
राग द्वेष को दूर भगाकर,
नित्य नया विश्वास जगाकर,
दीनों का उद्धार करो।
पावन नूतन प्यार भरो।।
शांति मार्ग का संबल लेकर,
भाव प्रेम को ऊर्जा देकर,
एक नया चमत्कार करो।
पावन नूतन प्यार भरो।।
नित्य देह में ऊर्जा भरकर,
कोरोना से प्रतिदिन लड़कर,
अमिट शक्ति संचार करो।
पावन नूतन प्यार भरो।।
मुखड़े पर नित मास्क पहनकर,
हाथ जोड़ शुभ विनती कहकर,
जन-जन नित्य प्रचार करो।
पावन नूतन प्यार भरो।।
मात-पिता का चरण दबाकर,
भाई-बहन से नेह लगाकर,
सुखद सौम्य व्यवहार करो।
पावन नूतन प्यार भरो।।
देव कांत मिश्र ‘दिव्य’
भागलपुर, बिहार
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