प्यारी मॉं
माँ, मेरी माँ, प्यारी माँ
कुछ कहना नहीं मुझे तुम्हारे लिए,
इतने शब्द कहाँ से लाऊँ मैं,
ईश्वर को देखा नहीं
पर तू कहती है तो
पत्थर को भी शीश नबाऊँ मैं,
तुझे कुछ देना चाहूँ,
पर तेरे जितना प्यार कहाँ से लाऊँ मैं,
सारी दुनियाँ जल रही है,
तेरे जैसा आँचल की छाँव कहाँ से लाऊँ मैं,
माँ तू ममता की सागर है,
तेरे प्यार का कर्ज कैसे चुकाऊँ मैं,
दुनियाँ मैं सबसे प्यारी मेरी माँ,
ईश्वर से कहती हूँ मैं,
हर जन्म तुझे ही पाऊँ मैं।
ज्योति कुमारी
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