रक्षक हमारे विटामिन
आओ बच्चों जानें कुछ नवीन
देती ऊर्जा, करती रक्षा
बढाती शक्ति असीम
हम सब कहते जिसको विटामिन।
जनक इसके “फ्रेडरिक्क हॉप किंंस”,
इनकी मेहनत से ही मिली,
हमें रक्षक विटामिन।
आओ बढ़ाएं एक-एक पग,
किया नामकरण “किसिमिर फंक”,
विटामिन “A” कहलाते रेडिनॉल।
कमी हुई जब भी इसकी
हुई घातक बीमारी रतौंधी।
आगे जानो विटामिन “B”,
हैं इसके अनेक साथी,
B1 थाइमिन, B2 क्लोरोविन,
आगे नाम भी है बड़े unique,
B3 निकोटिनैनाइड, B5 पेंटाथिनिक,
देखो नाम में न हो जाना लीन,
B6 पाईरिडॉक्सिन, B7 है बायोटिन,
बच्चों आगे भी तुम कुछ लो चिह्न,
B9 फोलिक एसिड, B12 साइनोकोबॉल्मिन।
कमी हो जब भी इसकी
बेरी-बेरी, त्वचा रोग है फैलाना इसकी नीति।
अब जानों विटामिन “C”
जो कहलाते “एस्कर्बिक अम्ल”
जिसके स्रोत हैं खट्टे फल।
अब जानों विटामिन “D” के महत्वपूर्ण रोल,
हैं जिसके रासायनिक नाम “कैल्सिफेरोल”!
सूर्य है इनके मुख्य स्रोत।
आगे जानों विटामिन “E” के हाल,
जिन्हें कहते टेकोफेरॉल,
अंकुरित चीज है इनके स्रोत
खाओ इसे, रहो खुशहाल।
आखिर में अब लो इन्हें भी जान,
विटामिन “k” है “फिलिक्वोनॉन”
Blood जमाना है इसका काम
खाओ पत्तिदार सब्जी, पालक खीरा,
रहेगा जीवन हरा भरा।
आओ बच्चों जानें कुछ नवीन,
देती ऊर्जा, करती रक्षा,
बढाती शक्ति असीम,
हम सब कहते जिसको विटामिन।
आँचल शरण
बायसी पूर्णियां बिहार