समर्पण-अशोक कुमार

Ashok

समर्पण

चाह नहीं कष्ट समर्पित,
यही अर्पण हमारा।
मैं निज काम आऊँ,
दीन दुखियों एवं बेसहारा।।
अबला को भी सम्मान समर्पित,
पुत्र पुत्री में भेद न जाने।
जग में समानता के अधिकारा,
यही समर्पण हमारा।।
सर्व को शिक्षा समर्पित,
निज गुणों को प्रसारा।
विनय व्यवहार हासिल करें,
जग को करें उजियारा।।
मातृ तेरे चरणों में समर्पित,
पूर्ण जीवन हमारा।
तेरे छत्रछाया में रहे,
निज जीवन हमारा।।
मातृभूमि को प्राण समर्पित,
तेरी रक्षा करना अधिकारा।
युगों युगों तक निर्मल रहे,
कायाकृति तुम्हारी।।
समता का दीप समर्पित,
प्रेम भाव प्रसारा।
आपसी प्रेम सद्भाव रहे,
मेरा जीवन सारा।।

अशोक कुमार
न्यू प्राथमिक विद्यालय भटवलिया
नुआंव कैमूर (बिहार)

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