समय का सदुपयोग-विजय सिंह नीलकण्ठ

समय का सदुपयोग

समय होत बलवान 
जो जाने सारा सकल जहान 
करे समय का सदुपयोग वो
बन जाते हैं महान। 
अशिक्षित या शिक्षित सबको 
समय का ज्ञान तो होता ही है 
फिर भी व्यर्थ समय बिताकर 
समय को खोता भी वही है। 
इसके दुरुपयोग के कारण 
घर घर बीमारी है आई 
लेकिन मानव इसका कारण 
कहते ईश्वर है भाई।
ईश्वर कभी न कहते बैठे बैठे 
समय बिताओ तुम 
कर्म सदा करके रे बंदे 
स्वस्थ शरीर को पाओ तुम। 
कुछ जन कहते काज नहीं है 
सोकर समय बिताते वो
रक्तचाप और मधुमेह से 
तड़पते रहते पीड़ित हो।
सुख सुविधा गर हो स्व आलय
फिर भी तन से काम करो 
गर कोई न काज दिखे 
नित पथ की ही सफाई कर लो। 
साफ स्वस्थ परिवेश में रहकर 
स्वस्थ जीवन ही पाओगे 
तन मन सदा प्रसन्न रहेगा 
समयनिष्ठ कहलाओगे। 
विजय सिंह नीलकण्ठ
सदस्य टीओबी टीम
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