सुरक्षा कवच स्तनपान
स्तनपान नवजात शिशुओं
के लिए सर्वदा है अमृतपान
सभी नवप्रसूता माताओं को
अवश्य कराना है इसका ज्ञान
नवजात शिशुओं को देना है
स्तनपान का प्रथम दूध कोलोस्ट्रम।
कोलोस्ट्रम है गाढ़ा पीला दूध
यह शिशु को बनाता रोग प्रतिरोधक
दम्मा, दस्त, नाक, गले के संक्रमण से
है प्राकृतिक सुरक्षा कवच समान
शिशुओं का जीवनदान है स्तनपान।
स्तनपान से होता शिशुओं का
रोग प्रतिरोधात्मक संरक्षण
संज्ञानात्मक विकास एवं संवर्धन
डायरिया, निमोनिया, नाक, गले
के संक्रमण से करता संरक्षण।
स्वस्थ जीवन के आधार हेतु
शारीरिक, मानसिक, बृद्धि हेतु
शिशु मृत्यु दर व संक्रमण में कमी हेतु
शिशु जन्म से छः माह तक के
शिशु जीवन रक्षक है स्तनपान।
समय पूर्व जन्मे शिशुओं और
कम वजन वाले शिशुओं हेतु
आंतों, फेफड़ों के संक्रमण मुक्ति हेतु
मां शिशु के भावनात्मक बंधन हेतु
सर्वोत्तम स्वास्थ्यवर्धक है स्तनपान।
शिशुओं के स्वस्थ्य तन, स्वस्थ मन
उनके सुरक्षित, सशक्त बचपन
सुरक्षित आज, बेहतर कल हेतु
कुपोषण से बचाए स्तनपान।
अपराजिता कुमारी
राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय
जिगना जगरनाथ
प्रखंड-हथुआ
जिला-गोपालगंज