कविता ! कहाँ हो तुम, उदासियों की परत में दबी, यह कैसी आवाज है तुम्हारी, कराहने की, जैसे कोई सीसा सा चुभ गया हो, और सुंदर कल्पनायें निचुड़ सी गयी…
Teachers of Bihar- The Change Makers
कविता ! कहाँ हो तुम, उदासियों की परत में दबी, यह कैसी आवाज है तुम्हारी, कराहने की, जैसे कोई सीसा सा चुभ गया हो, और सुंदर कल्पनायें निचुड़ सी गयी…