ए ज़िन्दगी तेरे लिए क्या क्या करना रह गया बाक़ी,बस इतना बता दे ज़िन्दगी बहुत भटक लिया गुमनामी मेंए जिंदगी तेरे लिए जाना है कहाँ सपनों की ख़ातिर,बस वो राह…
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जिंदगी-रीना कुमारी
जिंदगी सुख-दुख में पलती है जिंदगी, कहीं खुशी कहीं गम है जिंदगी। कहीं अपनों का साथ है जिन्दगी, कहीं परायों का साथ है जिन्दगी। कटती सबको साथ लिए जिन्दगी, कभी…
जिंदगी-देव कांत मिश्र दिव्य
ज़िन्दगी छोटी-सी ज़िन्दगी को यूँ न गवाँना है। इसे नित नई खुशियों से सजाना है।। ज़िन्दगी में आएँगे कभी खुशी तो कभी ग़म डटना है सामने पर नहीं इससे घबराना…