टी.ओ.बी. के वर्षगांठ चाॅन सुरुज के जोत जईसन, फईलत एकर जोत बा। दिन-दिन विद्वतजन के, हुनर के चरचा होत बा।। ऑंखिन हमऩ देखब एकर, फहरत कीर्ति पताखा। फइली देश विदेशन…
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