टी.ओ.बी. के वर्षगांठ-आर.पी. राज

टी.ओ.बी. के वर्षगांठ चाॅन सुरुज के जोत जईसन, फईलत एकर जोत बा। दिन-दिन विद्वतजन के, हुनर के चरचा होत बा।। ऑंखिन हमऩ देखब एकर, फहरत कीर्ति पताखा। फइली देश विदेशन…