दीपोत्सव-दिलीप कुमार गुप्त

  दीपोत्सव झिलमिल झिलमिल दीप जले अन्तस तिमिर संताप छँटे सद्भावों के धवल व्योम तले अवनितल मैत्री सुमन खिले। ज्ञानालोक अपरिमित पाये विस्तार सदाचार हो मानवता का आधार तिरोहित हो…

दीपोत्सव-जैनेन्द्र प्रसाद रवि

दीपोत्सव आओ हम सब त्योहार मनाएं, मिल-जुलकर इस दिवाली में। गिले-शिकवे सब दूर करें हम, ताकि दिन बीते खुशहाली में।। चाहे कोई मजदूर किसान। राजा-रंक हो या बलवान। संतान सभी…