राखी-प्रीति

राखी  सबसे सुन्दर सबसे प्यारा, राखी का त्योहार हमारा। रक्षा सुत्र का प्यारा बन्धन, करता सारा जग अभिनंदन। भाई-बहन के पावन प्रेम का, नाता है यह निर्मल निश्छल। हर भाई…

अमृतपान-प्रीति

अमृतपान माँ का दूध अमृत समान जिसने भी पिया वो बना बलवान। हृष्ट-पुष्ट और शक्तिमान, नहीं है कोई पान इसके समान। जिसने भी किया है स्तनपान, जग में नाम किया…

मेरी अभिलाषा-प्रीति

मेरी अभिलाषा  मैं छोटा सा नन्हा बच्चा, मेरी यह अभिलाषा है। जल्दी से स्कूल शुरू हो, बस छोटी सी आशा है। याद आते हैं दिन वो सुहाने, जाते जब हम…

जीवन पथ-प्रीति कुमारी

जीवन-पथ  जीवन-पथ है अनजान डगर , चलना इसपर है संभल-संभल । नित नयी चुनौतियाँ आएँगी, सामना करेंगे हम डटकर । इस जग का हम कल्याण करें, जन-मानस का निर्माण करें,…